फ्लोर टेस्ट पर मध्यप्रदेश में घमासान आखिर क्या है बीजेपी और कांग्रेस की मांग
Mar 15, 2020
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'फ्लोर टेस्ट ’(Floor test ) पर मध्य प्रदेश में संघर्ष, जानिए क्या है बीजेपी और कांग्रेस की मांग ( Conflict in Madhya Pradesh on floor test, know what is the demand of BJP and Congress )
वहीं, कांग्रेस नेता और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कांग्रेस विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। वहीं, कहा जाता है कि भाजपा घोड़ों का व्यापार करती है। विधायकों को बंधक बना लिया गया है, सरकार के पास बहुमत है, बजट पर पते और फ्लोर टेस्ट पर चर्चा होगी।
एक ओर जहां फर्श परीक्षण पर राजनीतिक संघर्ष चल रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक गतिविधियों में भी वृद्धि हुई है। राज्यपाल लालजी टंडन ने शनिवार की शाम को मुख्य सचिव एसआर मोहंती और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी के साथ जिलाधिकारी तरुण पिथड़े को तलब किया। कानून और व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर इन अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।
भाजपा क्या चाहती है फ्लोर टेस्ट में ( What BJP wants in floor test )
मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच यह मामला फ्लोर टेस्ट पर आ गया है। दोनों पार्टियां एक फ्लोर टेस्ट के लिए सहमत हैं लेकिन दोनों की अपनी शर्तें हैं। भाजपा चाहती है कि राज्यपाल का अभिभाषण बजट और सत्र से पहले हो, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस संबोधन के बाद फ्लोर टेस्ट का पक्ष लेती है।मध्यप्रदेश में पिछले एक हफ्ते से क्या चल रहा है (What has been going on in Madhya Pradesh for the last one week)
राज्य में पिछले एक सप्ताह से राज्य और विपक्षी विधायकों के बाहर आने की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा के विधायक दिल्ली के पास एक रिसॉर्ट में हैं, वहीं कांग्रेस के विधायक जयपुर में हैं। कांग्रेस के बागी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक बेंगलुरु में हैं। 22 विधायकों ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिसमें से छह विधायकों के इस्तीफे को विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने स्वीकार कर लिया है।राज्य विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है (The budget session of the state assembly starts on March 16)
राज्य विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है। परंपरा के अनुसार, बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होता है। भाजपा ने वर्तमान सरकार पर अल्पमत में होने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार को अल्पसंख्यक सरकार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार को फ्लोर टेस्ट से पहले न तो बजट सत्र बुलाने का अधिकार है और न ही राज्यपाल का पता। फर्स्ट फ्लोर टेस्ट।वहीं, कांग्रेस नेता और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कांग्रेस विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। वहीं, कहा जाता है कि भाजपा घोड़ों का व्यापार करती है। विधायकों को बंधक बना लिया गया है, सरकार के पास बहुमत है, बजट पर पते और फ्लोर टेस्ट पर चर्चा होगी।
एक ओर जहां फर्श परीक्षण पर राजनीतिक संघर्ष चल रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक गतिविधियों में भी वृद्धि हुई है। राज्यपाल लालजी टंडन ने शनिवार की शाम को मुख्य सचिव एसआर मोहंती और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी के साथ जिलाधिकारी तरुण पिथड़े को तलब किया। कानून और व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर इन अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।
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