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IIT ने TCS के साथ साझेदारी में भारत के उन्नत विनिर्माण क्षेत्र में नए चलन तय किये

आईआईटी ने टीसीएस के साथ साझेदारी में भारत के उन्नत विनिर्माण क्षेत्र में नए चलन तय किये
भारत के Advanced manufacturing sector में एक नये चलन को स्थापित करने के लिए IIT Kharagpur ने TCS के साथ संयुक्त रूप से Industrial Production के दौरान Remote factory operation को नियंत्रित करने और वास्तविक समय के आधार पर गुणवत्ता संशोधन के लिए Novel Industry 4.0 Technology विकसित की है।

Cloud Infrastructure, Remote और Real-time operation system महत्वपूर्ण बन गए

Epidemic के समय में जब स्वच्छता और सामाजिक दूरी रखने जैसे मानदंडों के चलते कर्मचारियों पर प्रतिबंध हैं, तब Effective industrial operation को बनाए रखने में Cloud Infrastructure, Remote और Real-time operation system महत्वपूर्ण बन गए हैं। लेकिन आत्मनिर्भर भारत (Aatm Nirbhar) के संदर्भ में नियंत्रित संचालन के लाभों का, खास तौर पर कम लागत पर गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करने में, एक बड़ा प्रभाव है।

 वर्तमान नवाचार ने Friction ster welding (घर्षण संक्षोप वेल्डिंग) की औद्योगिक प्रक्रिया को Industry 4.0 की बहु-संवेदी प्रणाली के तौर पर उन्नत कर दिया है। इसने न केवल भारतीय औद्योगिक क्षेत्र ( Indian Industrial Area ) में दूर से नियंत्रित संचालनों के तरीके को तय किया है, बल्कि Production process के दौरान वास्तविक समय के आधार पर गुणवत्ता जांच और सुधार को भी सक्षम बनाया है। 

यह औद्योगिक घरानों के लिए संपूर्ण उत्पादन प्रक्रिया में मानकीकृत गुणवत्ता के लक्ष्य प्राप्त करने और अस्वीकृति के मामलों में कटौती को भी संभव बनाएगा, जिससे उत्पादन की लागत में कमी आएगी।

स्वदेशी तौर पर विकसित Industry 4.0 Technology के विकास को अपना लक्ष्य तय किया

मेक इन इंडिया’ (Make in India) के लक्ष्य को पाने के लिए ऐसी प्रौद्योगिकी की आवश्यकता पर जोर देते हुए निदेशक प्रो. वीरेंद्र के तिवारी ने कहा, “जब हम स्वदेशी उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय कर रहे हैं, तो हमारा प्राथमिक लक्ष्य न्यूनतम बाधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण उत्पादन होना चाहिए। चाहे भारत में कोई उपभोक्ता हो या विदेशों में, ये हमारे औद्योगिक क्षेत्र की दो बुनियादी जरूरतें हैं, जिन्हें हमें बड़ी मात्रा में काम लेते समय इसे निश्चित तौर पर लागू करना चाहिए। 

IIT Kharagpur में Advanced manufacturing technology में उत्कृष्टता केंद्र में हमने इस लक्ष्य को पाने में अपने औद्योगिक क्षेत्र की मदद करने के लिए स्वदेशी तौर पर विकसित Industry 4.0 Technology के विकास को अपना लक्ष्य तय किया है।"

Signal Processing (प्रसंस्करण) और Machine learning technology

टीसीएस के सहयोग से उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता केंद्र में इंचार्ज प्रोफेसर प्रो. सूरज्या के पाल द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकी कई सेंसर के माध्यम से वेल्डिंग प्रक्रिया की वास्तविक समय के आधार पर जानकारी प्राप्त करेगी और फ्रिक्शन स्टर वेल्डिंग मशीन के साथ क्लाउड-आधारित संचार साधन के द्वारा वेल्डिंग गुणवत्ता के ऑनलाइन नियंत्रण को भी सक्षम बनाएगी। 

प्रो. पाल ने कहा, “वेल्डिंग किसी भी औद्योगिक कामकाज के केंद्र में है। अगर हम खेप के उत्पादन के दौरान वास्तविक समय में वेल्ड की गुणवत्ता को सुधार सकते हैं तो हम उत्पादन के बाद की जांच में नमूनों को अस्वीकृत करने के मामलों को घटा सकते हैं।” 

नई तकनीक के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “हमारी मल्टिपल सेंसर की प्रक्रिया में बहुत सी सिग्नल प्रोसेसिंग (प्रसंस्करण) और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकी शामिल हैं, ताकि आपस में जोड़े जा रहे सिरों की अधिकतम खिंचाव शक्ति का अनुमान किया जा सके। 

यह प्रौद्योगिकी एक मानक व्यवस्था और जोड़े गए सिरों की शक्ति के अनुमान के अनुरूप एक व्यापक प्रयोगात्मक ज्ञान आधार के साथ जुड़ी है। अगर निगरानी प्रक्रिया के दौरान कोई भी कमी मिलती है तो उसे मशीन को संशोधित मानकों को भेजकर वास्तविक समय में ही सही कर लिया जाता है, जिससे प्रक्रिया की मानकीकृत गुणवत्ता सुनिश्चित रहती है।” 

प्रो. पाल ने आगे कहा कि इस प्रौद्योगिकी की अवधारणा को दूसरी औद्योगिक प्रक्रियाओं में वास्तविक समय के आधार पर नियंत्रण करने के लिए विकसित किया जा सकता है और बहुत जल्द केंद्र में अन्य औद्योगिक भागीदारों के साथ मिलकर ऐसे काम को किया जाएगा।

नवाचार ने देश में तकनीक आधारित परिवर्तन

औद्योगिक भागीदार टीसीएस का मानना है कि ऐसे एक नवाचार ने देश में तकनीक आधारित परिवर्तनों को दिशा देने, खास तौर पर महामारी के चलते आई चुनौतियों से निपटने में मदद की है। 

कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी के अनंत कृष्णन ने कहा, “आईआईटी खड़गपुर में उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) द्वारा विकसित मल्टी-सेंसर फ्यूजन के जरिए रिमोट फ्रिक्शन स्टर वेल्डिंग मशीन की गुणवत्ता का नियंत्रण इसका स्पष्ट उदाहरण है।” 

उनके अनुसार, “एंबेडेड सिस्टम्स और रोबोटिक्स, आईओटी और टीसीएस के रिसर्च एंड इनोवेशन से आईसीएमई प्लेटफॉर्म की टीमें मापने योग्य और मजबूत प्लेटफॉर्म के जरिए वेल्ड किए गए सिरों की शक्ति का Artificial Intelligence (AI) आधारित पूर्वानुमान/नियंत्रण हासिल करने की दिशा में आईआईटी खड़गपुर के सीओई के साथ बहुत नजदीकी के साथ काम कर रही हैं। 

वैज्ञानिक दृढ़ता के साथ वास्तविक दुनिया के समाधानों को तैयार करने में अकादमिक साझेदारी TCS Research और TCS Innovation Network (TCS Coin) का एक महत्वपूर्ण अंग है।”

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